2015年9月18日,星期五 在: 日常想法 没有评论 अपना तेरा ख़याल ही क़ातिल ना हो कहीं, बेहतर है अपनी सोच के तेवर बदल के देख, थोड़ी सी दूर ऐ वक़्त के हमराह चल के देख |-匿名 用电子邮件发送BlogThis!分享到Twitter分享至Facebook
0 comments:
发表评论
感谢您的好评!我一直很期待。