झुके रहते है सर आजकल हर पल,
लगいा है सबका ख़ुदा बदल गया है,
हाथ जोड़े है हर कोई शान से,
प्रार्थना का ये नया ज़रिया निकल गया है,
बातें अब होती कहाँ है आपस में जनाब,
मे में हर व्यक्ति चैटिंग से बहल गया है,
मिल आये दुनिया से ऑनलाइन अभी अभी,
अपनों से मिलने का वक़्त बंट गया है,
गिल्ली डंडा खेलना ना जाने ये पीढ़ी,
बचपनअबेल्फी स्टिक में जो अटक गया है,
कागज़ की कश्ती कहाँ तैरती अब बरसात में,
मोबाइल पर उंगलियां दौड़ाने में जो मन भटक गया है |
(免责声明:本帖子无意伤害,诽谤或伤害任何人,性别,宗教,政党,新闻频道,宗教信仰,上帝或任何与其有关的人的感情。如果是的话,我谨此致歉。)
哇..真的很好,并链接到现实的现代世界。
回复删除谢谢Manoj :)
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